कश्मीर में उधमपुर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया। जवान का नाम हनुमान देवंदा जाट है। वह अभी 24 वर्ष के थे। शहीद जवान टोंक जिले के खेडुल्या गांव के निवासी थे। वह आरआर राइफल्स में सिपाही के पद पर तैनात थे। शनिवार की रात आतंकियों के साथ मुठभेड़ में जवान हनुमान देवंदा शहीद हो गये। सेना द्वारा आतंकियों के खिलाफ एक ऑपेरशन चलाया गया था। इस बीच आतंकियों के साथ सेना की मुठभेड़ हुई। जवान हनुमान गोली लगने के बावजूद आतंकियों से अंतिम सांस तक लड़े और देश के लिये शहीद हो गये।
खेडुल्या गांव में जैसे ही जवान के परिजनों को पुत्र के शहीद होने की खबर मिली। परिजन समेत पूरे गाँव में शौक की लहर दौड़ रही है। शहीद जवान हनुमान का पार्थिव शरीर सोमवार की दोपहर को उनके गांव पहुंच जायेगा। शहीद का अंतिम संस्कार उनके गांव में पूरे सम्मान के साथ किया जायेगा।
जवान हनुमान का जन्म खेडुल्या गाँव में ही हुआ था। वह 17 साल की कम उम्र में ही सेना में भर्ती हो गये थे। इन दिनों उनकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर में थी। बता दें, जवान के बड़े भाई भी सेना में ही है। उनका नाम ओमप्रकाश चौधरी है और उनकी पोस्टिंग इस समय गुजरात में है। बड़े भाई ओमप्रकाश से ही शहीद जवान हनुमान को सेना में भर्ती होना का जज्बा मिला था। ओमप्रकाश की प्रेरणा कर मार्गदर्शन से ही हनुमान सेना में भर्ती हुए थे। 12 पास करके अपने पहले ही भर्ती में शहीद हनुमान सेना में भर्ती हो गये थे।
25 अप्रैल को छुट्टी लेकर शहीद जवान अपने गाँव आने वाले थे। क्योंकि 14 मई को उनकी शादी होने वाली थी। लेकिन आतंकियों के साथ लोहा लेते हुए हनुमान शहीद हो गये। उनकी शादी बगड़ी गांव के निवासी रामलाल जाट की बेटी से तय हुई थी। दोनों ही घरों में शादी की सारी तैयारियां भी शुरू हो चुकी थी। लेकिन इस बीच ईस दुखद खबर ने दोनों ही परिवारों को हिला के रख दिया। अपने वीर बेटे को देश के नाम करने वाले शहीद के परिजनों के हम सदैव ऋणी रहेंगे।