दीवानगंज- आपको बता दें कि चंद्रलोक तिवारी पुत्र विजय नारायण तिवारी सेना के जवान थे। वह कंधई थाना क्षेत्र के सराय नानकार गांव के रहने वाले थे। इन दिनों उनकी ड्यूटी राजस्थान के जोधपुर स्थित बटालियन में थी। 23 जुलाई को अचानक पेट में दर्द होने की वजह से उन्हें राजस्थान के सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं नहीं आया। उसके बाद 26 जुलाई को उन्हें दिल्ली के आर्मी अस्पताल में लाया गया। इलाज के दौरान शुक्रवार को उन्होंने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। उनकी मौत की खबर परिजनों को मिलने के बाद उनके परिवार में मातम छा गया।
आपको बता दें कि चंद्रलोक तिवारी को ना केवल उनके परिवार वाले बल्कि पूरा गांव पसंद करता था और उन्हें उनके गांव में चंदू के नाम से बुलाते थे। चंद्रलोक तिवारी अपने माता-पिता के चार बेटो में से सबसे छोटे बेटे थे। उनकी शादी 2016 में लखनऊ की रुचि तिवारी के साथ हुई और उनका बेटा शिवा ढाई साल का है। उनके सबसे बड़े भाई वरुण तिवारी खेती करते हैं। दूसरे नंबर के भाई आलोक तिवारी सीआरपीएफ में नौकरी करते हैं। जबकि तीसरे भाई अरुण तिवारी सूरत में प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं।
दिल्ली के आर्मी अस्पताल में आखिरी सांस लेने के बाद चंद्रलोक तिवारी का पार्थिक शरीर दिल्ली के आर्मी हेड क्वार्टर में ले जाया गया जहां जवानों ने उन पर पुष्प चक्र अर्पित कर आखिरी सलामी दी।ALSO READ THIS:13 साल के किशोर ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा मां रोना मत, फ्री फायर में गंवा चुका हूं 40 हजार रूपए…..
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