बुधवार को मुम्बई से आए एक व्यक्ति ने सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए हरिद्वार कोतवाली पहुँचकर खुद को 2018 के बैच का आईपीएस अधिकारी बताया। उसके बाद आरोपी ने सीओ सिटी हरिद्वार अभय प्रताप सिंह से कहा कि कोतवाली नगर पुलिस कांस्टेबल को व्यक्ति के साथ भेजकर गेस्ट हाउस में अपने और अपने दोस्तों के रहने, खाने- पीने और वाहन की व्यवस्था का इंतज़ाम करने के लिए कहा। पुलिस को आरोपी से बातो से शक हो गया था कि वह झूठ बोल रहा है लेकिन ये मामला आईपीएस का था इसलिए पुलिस बतमीज़ी नही कर सकती थी। सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने इस मामले की जांच पुलिस अधिकारियों को दी।
खुला आईपीएस अधिकारी का राज
पुलिस की जांच के बाद पता चला कि 2018 के बैच में इस नाम का कोई भी आईपीएस अधिकारी नही था। खुद को आईपीएस अधिकारी बताने वाले आरोपी सागर वाघमोड़े पुत्र न्यानोबा वाघमोड़े मुंबई के ठाणे नवी के रहने वाले है।
सच सामने आने के बाद जब पुलिस ने आरोपी व्यक्ति से आईडी प्रूफ दिखाने के लिए कहा तो उसने बहाने बनाने शुरू कर दिए। उसके बाद पुलिस की सख्ती से उसने बताया कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रहा है और लॉ का स्टूडेंट है। उसने अपनी गर्लफ्रैंड को उत्तराखंड भ्रमण पर आने पर खुद को आईपीएस ऑफिसर बताकर फ्री सुविधा लेने की कोशिश की लेकिन वह असफल रहा। फिलहाल पुलिस ने फर्जी आईपीएस अधिकारी सागर के खिलाफ शिकायत दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
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