जैसा की हम सभी जानते हैं कि कोरोना की वजह से बहुत सी चीजों मे असर पड़ा है।ऐसा ही कुछ असर स्कूलों पर और उसकी मिड डे मील पर भी पड़ा है। जी हां, कोरोना काल में स्कूलों में कक्षा 1 से आठवीं तक के मिड डे मील को बंद कर दिया गया था। लेकिन अब जैसे जैसे कोरोना संक्रमण कम हो रहा है,वैसे ही सरकार द्वारा दोबारा से मिड डे मील शुरू करने के आदेश दिए गए हैं।
बता दें,पहले सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा एक से आठवी तक मिड डे मील दी जाती थी।अब कोरोना के समय में इसके लिए नए नियम बनाए गए हैं।अब भोजन माताओं को कोरोना संक्रमण की नेगेटिव रिपोर्ट को देना होगा इसके साथ उन्हे रसोई घर में भी मास्क लगाना जरूरी है।इसके साथ उन्हे किसी भी तरह के आभूषण पहनने की मनाही नही की गई है। वहीं खाना बनाने से पहले भोजन माताओं को अपने हाथ को अच्छे से धोने होंगे और समय समय पर सैनिटाइज करते रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक, सरकार ने अब मिड डे मिल की योजना दोबारा से शुरू कर ली है।यह एक प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना है।लेकिन काफी लम्बे समय से मिड डे मील नहीं दिया जा रहा था ।इसके अलावा उन्हें भोजन भत्ता दिया जाता है। यह में शुरू करने के आदेश शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम द्वारा जारी किए हैं।
बस सभी को कोविड-19 के प्रोटोकाल और एसओपी का पालन करना होगा।साथ ही समय समय पर प्रयोग किए जाने वाले रसोईघर में बर्तनों और खाद्य सामग्री को प्रयोग करने से पहले उन्हे सही तरह से साफ किया जाए।साथ ही बच्चो को भी निर्धारित दूरी पर बैठा दिया जाएगा साथ ही उनको भी कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा और साबुन से हाथ धुलवाने होंगे।