भारत एक ऐसा देश जहां बिना चाय के सवेरा अधूरा है, बिना चाय के नाश्ता अधूरा है, नवयुवा से लेकर बुजुर्ग भी चाय के दीवाने होते हैं वहीं दूसरी तरफ करप्शन और स्वार्थ से भरे आजकल के इस ज़माने में जयपुर ( राजस्थान) के मिर्जा इस्माइल रोड की एक संकरी गली मे गुलाब सिंह धीरावत (उम्र 94 साल) जिनकी एक छोटी चाय की दुकान “गुलाब जी चाय वाला” से प्रसिद्ध है।
यह चाय भी देशभर मे बन रही आम चाय की तरह होती है लेकिन इनकी इंसानियत और इनके उच्च विचारों के चलते यह व्यक्ति रोज अपनी इस दुकान में लगभग 250-300 बेघर और बिखारियों को चाय और साथ में कभी समोसा कभी किसी तरह के स्नैक्स मुफ़्त में देते है।
जहां एक तरफ़ आजकल लोग सड़क के किनारे बैठे लोगो को शायद देखना भी पसंद नहीं करते, मंदिरों के किनारे बैठे भिकारियों को 1₹ दान नही कर सकते, वही गुलाब जी की इस इंसानियत के वजह से उनकी दुकान ना केवल जयपुर बल्कि भारत में भी प्रसिद्ध है। कहा जाता है की जयपुर आए और गुलाब जी चाय वाला मे चाय ना पी तो आपकी यात्रा में कुछ अधूरा रह गया है।
1994 मे मात्र 130₹ मे अपनी एक छोटी सी चाय की ठेली से शुरू किया ये कारवां आज उनको प्रतिदिन 15-20,000₹ का मुनाफा करवाती है। इनका कहना है की इनके शुरुवाती दिनों में इनको मुश्किलें तो बहुत ज्यादा आई क्योंकि यह एक राजपूती खानदान से थे और सड़क किनारे चाय बेचना ऐसा इनके परिवार वालों को मंजूर नहीं था।
लेकिन इन सभी मुश्किलों से लड़ते हुए, सभी के साथ उनके शांत और प्रेमभाव व्यवहार से आज उनकी सफलता ने पूरे देश में हल्ला मचा दिया।