उत्तराखंड में एक बार फिर से मौसम करवट ले चुका है बता दें कि बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है 24 घंटों में हुए बारिश में सड़क और नदियां नाले काफी प्रभावित हुए हैं जिसके कारण प्रदेश के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मॉनसून के साथ भूस्खलन और नदी नाले भी उत्तराखंड में परेशानियां ला रहे हैं बता दें कि बीते 3 दिन से उत्तराखंड में लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण भूस्खलन जैसी स्थितियां सामने आ रही है बता दें कि सड़कों पर मलबा आने के कारण नेशनल हाईवे समेत 274 सड़कें बंद हो गई हैं
पर्वतीय क्षेत्रों में यात्री हाईवे पर फंसे हुए हैं हाल ही में रविवार को क्षेत्र सड़कों को खोला गया जहां तकरीबन 300 मशीनों की सहायता से सड़कों को खोला गया इसके साथ ही मौसम विभाग ने एक बार फिर से प्रदेश भर के लोगों को चेताया है
बता दे कि एक बार फिर से देहरादून टिहरी पौड़ी हरिद्वार चंपावत नैनीताल उधम सिंह नगर में आने वाले 24 घंटे में बहुत भारी वर्षा की आशंका जताई गई है एक बार फिर से उत्तराखंड में संवेदनशील इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है कई इलाकों में तेज गर्जना के साथ साथ भारी बारिश भी बताई गई है।
उत्तराखण्ड के अंदर पहाड़ से लेकर मैदान तक सभी बारिश की चपेट में परेशानियां बढ़ा रहें हैं बता दें कि अगर आप इन दिनों पहाड़ की और सैर करने की सोच रहे हैं तो फिलहाल कुछ क्षण अपने स्थान पर ही ठहर जाए क्योंकि आए दिन भूस्खलन जैसी आपदाएं सामने आ रही हैं बारिश के चलते हुए कई सड़कें भी बंद है
सर्वे के अनुसार प्रदेश में 1 नेशनल हाईवे ,16 स्टेट हाईवे, 9 मुख्य जिला मार्ग, पांच अन्य जिला मार्ग ,अट्ठासी ग्रामीण सड़कें और 155 पीएमजीएसवाई की सड़के भूस्खलन और बोल्डर गिरने के कारण बंद है बता दें कि कहीं-कहीं पर यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि भूस्खलन से हाइवे बंद हो चुके हैं और वही फस गए हैं
बता दें कि कमल-खाल मोटर मार्ग ,नरेंद्र नगर-रानीपोखरी, रुद्रप्रयाग-पोखरी गोपेश्वर, कर्णप्रयाग-सोनुला, गुप्तकाशी-चौमासी,बांसवाड़ा-मोहनथाल, मक्कू भीरी,सरोज ,लवगांव घनसाली जैसे मार्ग भूस्खलन और बोल्डर गिरने के कारण बंद हो चुके हैं।