19 अप्रैल 2014 को जाजमऊ चकेरी निवासी मुन्ना लाल ने सैनिक विहार, अहिरवान निवासी चरण उर्फ गुड्डू की बेटी सलोनी से शादी कर ली थी ससुराल वाले शादी के बाद से ही दहेज के लिए चार पहिया वाहन की मांग करते थे। जिसके चलते हुए आरोपी पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी।
वहीं जिला न्यायाधीश आशीष कुमार चौरसिया ने सेना के जवान को दहेज हत्या का करार दिया जज ने उसे उम्र कैद की सजा भी सुनाई और उस पर 34,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया।अदालत ने सबूतों के अभाव में सास, सास -बहू और नंदोई को दोषमुक्त कर दिया।
सहायक सरकारी वकील अजय प्रकाश सिंह और कैलाश शुक्ला ने बताया कि 26 मार्च 2016 की शाम सलोनी की भाभी ने मुन्ना लाल को फोन कर बताया कि उनकी तबीयत खराब है वह खान एयर फ़ोर्स गेट स्थित अस्पताल में हैं।
मुन्ना लाल वहां पहुंचे तो उन्हें पता चला की उनकी बेटी की हत्या हो चुकी है जिसके बाद पोस्टमार्टम करवाया गया जिसमे खुलासा हुआ की हत्या डेढ़ दिन पहले हुई है।
एडीजीसी अजय प्रकाश के अनुसार शव को ससुराल वाले इधर – उधर ले जा रहे थे ।घर में सलोनी की नाक – मुंह दबा कर हत्या कर दी गई।अपना बचाव करते हुए उसके चेहरे पर छह घाव किए गए थे।सलोनी को सुसराल वालों की ओर से टीबी और फेफड़ों के फेल होने की जानकारी दी गई थी ।अभियोजन पक्ष ने नौ गवाह पेश किए।