वान घाटी में भारत के जो वीर सपूत शाहिद हुए। उन सभी जांबाजों को एक बार फिर हमारी ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि। दोस्तों जो झड़प 15 जून की रात को लद्धाख की गलवान घाटी में हुई जिसमें। जिसमें चीन ने अपनी कायरता दिखाते हुए भारत के 16 बिहार रेजिमेंट के जवानों पर नुकेले तार वाले डंडों से हमला बोल दिया इस हिसंक झड़प के लिए बताया जा रहा है चीन ने अपने सैनिको को पहले से ट्रेनिंग दी थी ताकि वह इस वाहियात हरकत को अंजाम देकर भारत की जमीन को हड़प सके लेकिन ड्रैगन भारत के वीर सपूतों की वीरता के आगे कामयाब नही हो पाया।
उसने सीमा पर मार्शल आर्टिस्ट ओर माउंटेन क्लाइंबर भेजे थे जिनमें तिब्बत के मार्शल आर्ट के लड़कों भी तैनाती दी गयी थी।चीन यह बता रहा है कि उसने इस हरकत को सिर्फ ऑफ सिर्फ अपने सैनिकों को चुस्त दुरुस्त ओर फुर्तीला करने के लिए अंजाम दिया था।
तिब्बत को बनाया गया ट्रेंनिंग सेन्टर:-दरहशल चीन का जो आधिकारिक मिलिट्री अख़बार है,जिसका नाम चाइना नेशनल डिफेन्स न्यूज़ है उसने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि, ल्हासा में में चीन ने पांच मिलीशिया डिवीजन को इस कार्य के लिए भेजा था। जिसमें पहाड़ों पर चढ़ने वाले एक्सपर्ट औऱ खतरनाक मार्शल अर्टिस्ट शामिल थे। आपकी जानकारी के लिए बात दें कि मिलीशिया डिवीजन का लेना देना किसी आधिकारिक आर्मी फ़ोर्स से नहीं है बल्कि इसको सेना के जवानों को फुर्तीला करने के लिए उपयोग में लाया जाता है।
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भारत ने वायु सुरक्षा सिस्टम की तैनाती की : लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल जो भारत चीन की सीमा रेखा/नियंत्रण रेखा है वहां 10 कमी० के एरिया कई दिनों से चीन के लड़ाकू विमान ओर चॉपर तैनात हैं और लगातार गश्त लगा रहें है।
भारत ने वायु सुरक्षा सिस्टम की तैनाती की : लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल जो भारत चीन की सीमा रेखा/नियंत्रण रेखा है जिसे LAC भी कहा जाता है। वहां 10 कमी० के एरिया कई दिनों से चीन के लड़ाकू विमान ओर चॉपर तैनात हैं और लगातार गश्त लगा रहें है। ऐसे हालात में भारतीय सेना चीन की सेना (PLA) के दांत खट्टे करने के लिये अपने कई खतरनाक विमानों की तैनाती सीमा पर कर चुका है जिससे चीन की हालत पस्त हो गयी है साथ ही आकाश एडवांस ऑयर सिस्टम को भारत ने लद्दाख सीमा पर चीन पर नज़र गढ़ाने के लिए तैनात किया है।