अमरबाड़ा:- पिपरिया रोड पर एक सीआरपीएफ के जवान को गाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी जिसके बाद वह बेहोश हो गया। सोशल वर्कर शुभम साहू, नीरज साहू, इरशाद खान, मोहित साहू ने सीआरपीएफ को बेहोश देख कर एम्बुलेंस को फोन किया लेकिन वह आधा घंटे लेट पहुँची। 15 से 20 मिनट तक जवान रोड पर बेहोश था लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नही की। एम्बुलेंस समय से ना आने पर शुभम साहू ने जवान को ट्रैक्टर में सिविल हॉस्पिटल पहुँचाया। लेकिन वहाँ कोई भी डॉक्टर मौजूद नही था इसलिए वह उसको छिंदवाड़ा ले गए।
इरशाद खान ने मीडिया को बताया कि जब वह आए तो एम्बुलेंस हॉस्पिटल में ही खड़ी हुई थी। विधायक कमलेश शाह की दी गई एम्बुलेंस बस नाम की ही है। हॉस्पिटल और 108 पर फोन करने के बाद भी वह मरीजो को लेने नही आती। पहले भी एम्बुलेंस न आने के कारण मरीज हॉस्पिटल नही पहुँच पाते और उनकी मृत्यु हो जाती है।
काफी समय से बीएमओ विवादों में है- अमरबाड़ा में सिविल हॉस्पिटल में बीएमओ काफी सालो से विवादों में चल रही है। बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले भी एक मामला सामने आया था जिसमें एम्बुलेंस न मिलने पर एक नाबालिग बच्चे की मौत हो गई। जिस वजह से हॉस्पिटल में हंगामा हो गया। हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने गर्भवती महिलाओं के परिवार वालो से डिलीवरी करवाने के लिए पैसे भी लिए। ऐसी कई सारी घटनाएं हॉस्पिटल में होती है और इन मामलों पर कोई प्रशासन ध्यान नही देता। कई बार तो नगर से बीएमओ के ट्रांसफर की मांग भी की।
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