हल्द्वानी: आज 75 वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के नैनीताल जिले से बहुत बड़ी उपलब्धि की खबर आ रही है। एक बार फिर इस जिले को गौरवांवित होने का अवसर प्राप्त हुआ है। नैनीताल के घोड़ाखाल सैनिक स्कूल के रह चुके एक छात्र मेजर अरुण कुमार पांडे को शौर्य चक्र वीरता का सम्मान मिला है, जिन्होंने पिछले वर्ष के जून में जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन में दो आतंकवादियों को मार गिराया। अरुण के माता पिता का नाम श्रीकांत पांडे और लीला पांडे हैं जो लखनऊ निवासी है। अरुण पांडे ने वर्ष 2006 में घोड़ाखाल स्कूल से अपनी शिक्षा पूरी की।
सोशल मीडिया पर मेजर अरुण को उनके अन्य मित्रों और बहुत से लोगों के द्वारा बधाई दी जा रही है। बात करें घोड़ाखाल सैनिक स्कूल की तो इस स्कूल का एक इतिहास रहा है कि वह सैन्य गतिविधियों में अपनी भागेदारी जरूर देता है। इस स्कूल से हर वर्ष छात्र भारतीय सेना का हिस्सा बनते है। इस स्कूल की स्थापना 21 मार्च 1966 में घोड़ाखाल भवाली में हुई, जिसे सैनिक स्कूल सोसाइटी संचालित करती है। यहां एडमिशन के लिए विद्यार्थी को कक्षा 6 और कक्षा 9 की परीक्षाएं पास करनी होती है।
इन सैनिक स्कूलों का लक्ष्य छात्रों को भारतीय सेना का हिस्सा बनाना होता है। इस स्कूल के नाम बहुत सी खास कामयाबी दर्ज है। सैनिक स्कूल ने ही हमारे देश को सबसे अधिक सैन्य अधिकारी दिए है। इस उपलब्धि के लिए इस स्कूल को 9 बार रक्षा मंत्री ट्रॉफी भी मिली है। पिछले साल संसद में यह आंकड़े जारी किए गए थे जिसमे घोड़ाखाल सैनिक स्कूल द्वारा सबसे ज्यादा सैनिक पहाड़ी दिए है। यह आंकड़े पूरे 10 साल के थे।
10 सालों से हर साल इस सैनिक स्कूल से 33.4 प्रतिशत विद्यार्थी मिलिट्री एकेडमी, एनडीए और नेवल एकेडमी से जुड़ते है, जो कि किसी भी अन्य सैनिक स्कूल की तुलना में सबसे ज्यादा है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस को इस वर्ष वीरता के लिए 256 वीरता पुरस्कार जो कि एक राष्ट्रपति पुलिस पदक है, मिला है जो रक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अधीन कार्यरत है।
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