सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है और 15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल केएम करियप्पा स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय सेना प्रमुख बने थे। उस समय सेना में लगभग 2 लाख सैनिक हुए करते थे। केएम करियप्पा के सेना प्रमुख बनाए जाने के बाद से ही हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है।सेना दिवस के 73 वें अवसर पर सेना प्रमुख एमएम नरवने ने शुक्रवार को ड्यूटी करते हुए बहादुरों के “सर्वोच्च बलिदान” की सराहना की और साल 2020 को चुनौतीपूर्ण और अवसरों से भरा बताते हुए आर्मी चीफ ने कहा कि भारतीय सेना इस दौरान देश की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने पर दृढ़ रही है और आगे भी ऐसे ही अपने देश की सुरक्षा को लेकर दृढ़ रहेगी।
भारत – चीन के बीच वास्तविक सीमा रेखा एलएसी पर जारी गतिरोध को लेकर आर्मी चीफ ने कहा कि, हमारे बहादुर ऑफिसरों और जवानों ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।एलएसी पर गतिरोध के बीच सेना की तारीफ करते हुए आर्मी चीफ ने कहा कि, बातचीत और कूटनीति के जरिए विवाद सुलझाने को लेकर प्रतिबद्ध होने के साथ ही भारतीय सेना ने याथास्थिति को बदलने के हर प्रयास का त्वरित और निर्णायक बड़े अच्छे तरीके से जवाब दिया।
कोरोना महामारी के चलते लगातार आतंकवाद के खिलाफ छेड़े जा रहे अभियानों का जिक्र भी आर्मी चीफ ने किया। बिपिन रावत, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने भी आर्मी डे पर संदेश दिया । अपने संदेश में बिपिन रावत ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें याद किया। बिपिन रावत ने भी सेना के अफसरों और जवानों को सेना दिवस की बधाई दी।
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