जनरल विपिन रावत आज हमारे बीच नहीं रहे। लेकिन भारतीय लोगों के दिलों में वे हमेशा जिंदा रहेंगे और भारतीय सेना में उनके द्वारा किए गए सुधारों के लिए उनका नाम हमेशा अमर रहेगा। वे भारतीय सेना को एक नई दिशा देने वाले जांबाज सैन्य अधिकारी थे । बाह्य शत्रुओं से लड़ने के अतिरिक्त उन्होंने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठान के अंदर होने वाले भ्रष्टाचार के विरुद्ध युद्ध छेड़ने के लिए हमेशा याद किया जाएगा। भारतीय सशस्त्र बल को लेकर उनकी एक पंक्ति ” भारतीय सशस्त्र बल सम्मान के लिए है, पैसे के लिए नहीं ” आज भी बड़ी प्रचलित है। सीडीएस के तौर पर उन्होंने एमईएस के उच्च पदाधिकारियों को इस बात के लिए डांटा कि उनके द्वारा भारतीय सेना के अधिकारियों व जवानों के आवास के लिए घटिया किस्म की सामग्री का उपयोग किया जा रहा है ।
जब जनरल बिपिन रावत ने पाया कि सैन्य अधिकारी कैंटीन मार्ग से मर्सिडीज , एस यू वी कारें और सिंगल माल्ट व्हिस्की जैसे लग्जरी सामान खरीद कर अपने फायदे के लिए कीमती उत्पाद शुल्क बचा रहे हैं तो उन्होंने तुरंत ही इन वस्तुओं को कैंटीन की सूची से हटा दिया जिस कारण से वे सेवानिवृत्त जनरलों के गुस्से का कारण बन गए थे लेकिन फिर भी उन्होंने सेना में यह बदलाव किया और कहा कि एक सामान्य अधिकारी या जवान के वेतन से इतना महंगा सामान देना संभव नहीं है ।
साथ ही एक सैन्य अधिकारी के रूप में जनरल रावत ने इस पर भी रोक लगाई की घटिया किस्म का सामान ग्रीस के रास्ते सैन्य कैंटीन में प्रवेश न करें ।इतना ही नहीं बल्कि जनरल बिपिन रावत ने विकलांगता पेंशन का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई भी लड़ी। ।जनरल रावत ने पाया कि वरिष्ठ अधिकारी जानबूझकर अपनी चिकित्सीय श्रेणी को कम कर रहे हैं ताकि उन्हें कर मुक्त पेंशन के लिए विकलांगता लाभ प्राप्त हो सके । जबकि यह सुविधा उन वास्तविक विकलांगों के लिए है जो युद्ध के दौरान अपने अंग खो चुके थे।
जनरल रावत हमेशा से ही इस चीज के खिलाफ रहे और उन्होंने खुद भी कभी विकलांगता पेंशन का दावा नहीं किया जबकि जनरल बिपिन रावत के टखने के अंदर स्टील की छड़ लगाई गई थी ।और यह कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर ऑपरेशन के दौरान गंभीर चोट लगने के कारण लगाई गई थी। इस तरह के बहुत सारे सुधार जनरल रावत ने सेना के अंदर किए थे ।उनके इन सुधारों को भारतीय सेना द्वारा हमेशा याद किया जाएगा।ALSO READ THIS:नौकरी छोड़ना चाह रहे सतपाल से बोले थे CDS बिपिन रावत, एक साथ रिटायर होंगे, चौपर हादसे में साथ छोड़ी दुनिया…