12 अगस्त को रिलीज़ हुई शेरशाह फिल्म जो कैप्टन विक्रम बत्रा पर आधारित है। 9 सितम्बर को उनकी 47 वीं जयंती थी। इस फिल्म मे विक्रम बत्रा का किरदार अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ने बड़ी बखूबी निभाया है। आज हम आपको फिल्म के ऐसे सात डायलॉग के बारे मे बताएंगे जो विक्रम बत्रा ने खुद बोले है। कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म 9 सितम्बर 1974 को पालमपुर, हिमाचल प्रदेश हुआ था। बत्रा का बचपन से ही देश को समर्पित करने का सपना था। शेरशाह फिल्म मे बत्रा ने जो डायलाग अपने दोस्त से कहा था। तिरंगा लेकर आउंगा, नहीं तो उसमें लिपट कर आउंगा, लेकिन आउंगा जरूर.’ ये बात खुद उन्होंने अपनी असल ज़िंदगी मे बोली थी।
दूसरा डायलॉग वो गोली मेरे लिए थी और मैने अपना आदमी गवा दिया। ये डायलॉग उन्होंने फोन पर अपनी बड़ी बहन को बोला था। वही तीसरा, डायलॉग उन्होंने खुद पत्रकार बरखा दत्त को कहा था कि ये दिल मांगे मोर, पेप्सी स्लोगन मैने विनिंग नारे के रूप मे चुना था। जब बरखा दत्त ने उनका इंटरव्यू लिया था 5140 मे जीत हासिल करने के बाद। शेरशाह फिल्म को इंटरव्यू मे दिखाया गया था। पाकिस्तानी सैनिको को पता चल गया था कि शेरशाह उनका कोडनेम है तो उन्होंने उससे कहा कि “ओ शेरशाह तू आ गया” अब मेरे लड़को मे जोश आ गया।
शेरशाह फिल्म मे पाकिस्तानी सोल्जर ने बत्रा से कहा था कि माधुरी दीक्षित हमें दे दो, अल्लाह कसम हम यहाँ से चले जाएंगे। ये सुनते ही विक्रम ने पॉइंट ब्लैक रेंज पर उसको गोली मार दी और कहा ये माधुरी दीक्षित की तरफ से गिफ्ट है। वही उनका एक और डायलॉग जो उन्होंने सिपाही को अपने आगे जाने से रोका था, रघु साहब आप रुको जाओ, मत जाओ, आप बाल बच्चो वाले हो, मैं जाता हूँ।
वही उन्होंने अपनी जान की परवा किए एक सैनिक की जान बचाई और कहा कि अन्ना, तुम्हे नीचे जाकर, अपना इलाज करवाना चाहिए। मैं यहाँ सब संभाल लूंगा। ये बात उन्होंने कैप्टन नवीन नागप्पा ने खुद एक इंटरव्यू मे बताई थी। लड़ाई के वक्त पॉइंट 4875 पर कब्ज़ा करते समय देश के लिए शहीद हो गए। विक्रम बत्रा को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।
READ ALSO: इंडियन एयरफोर्स में निकली बंपर भर्तियां, 10वीं पास से लेकर ग्रेजुएट तक कर सकते हैं आवेदन….