कोरोना से अब तक दिल्ली पुलिस के कई जवान संक्रमित हो चुके हैं। जबकि महामारी के कारण कुछ जवानों की मौत भी हुई है। लेकिन दिल्ली पुलिस में सबसे पहले कांस्टेबल अमित राणा की कोरोना से मौत हुई थी। तब मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ऐलान किया था कि सरकार उनके परिवार को एक करोड़ रुपयों की मदद करेगी। हालांकि उनकी मौत के एक साल बाद भी उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला है।
अब अमित राणा की पत्नी पूजा ने मुख्यमंत्री को चिठ्ठी लिखकर उनसे मदद मांगी है। पूजा ने कहा कि “पति के मरने से मेरे उपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। लेकिन उनकी सेवाओं को याद करने के लिए मुख्यमंत्री ने 1 करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी। उनके इस ऐलान से मेरे लिए एक आशा की किरण जागी लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद अभी तक कोई सहायता नहीं मिली है।”
पूजा ने यह भी कहा कि “मुख्यमंत्री द्वारा कुछ लोगों को 10 दिन के अंदर ही सहायता दे दी गई। तो मेरे साथ ही उनका ऐसा भेदभाव क्यों। मेरा एक 4 साल का बेटा और एक 4 महीने की बेटी है। मुझे उनके भविष्य की चिंता सताती है। अगर मुख्यमंत्री ने अपना वादा पूरा नहीं किया तो मैं आगे किसी पर भी विश्वास नहीं कर पाऊंगी।”
पिछले साल 7 मई को कांस्टेबल अमित राणा कोरोना से संक्रमित हुए थे। तबियत ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें दीपचंद बंधु हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। फिर उन्हें मनोहर लोहिया अस्पताल में रेफर किया गया। इस अस्पताल में कांस्टेबल ने दम तोड़ दिया। वह उस समय भारत नगर पुलिस स्टेशन में तैनात थे। बतादें, दिल्ली पुलिस की ओर से उनके परिवार को 23 लाख रुपयों की आर्थिक मदद दी गई। साथ में उनकी पत्नी पूजा को नौकरी देने का वादा भी किया। पूजा अब पुलिस परीक्षा की तैयारी में जुट गई है। जब कांस्टेबल की मौत हुई तब वह गर्भवती थी। बाद में उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया।