कल दिनांक 6 फरवरी, 2022 को ‘स्वर कोकिला’ स्वर साम्राज्ञी’, ‘सरस्वती पुत्री’, जैसे कई सारे उपमाओं और अलंकारों से सम्मानित की जाने वाली गायिका लता मंगेशकर का निधन हो गया।उन्होंने कई सारे गाने गाए है पांच टी की उम्र से ही उन्होंने गाना शुरू किया। उनका अंतिम रिकॉर्ड गीत ‘गायत्री मंत्र’ और ‘सौगंध मुझे इस मिट्टी का’ था। उन्होंने ‘Naachu Yaa Gade, Khelu Saari Mani Haus Bhaari’ गाना एक पेशेवर गायक के रूप में गाया था।
उनके अंतिम यात्रा पर कई नामी लोग अभिनेताओं और कई अन्य लोग भी उन्हे श्रद्धांजलि देने पहुंचे। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ खान भी उनके अंत्येष्टि पर पहुंचे लेकिन अब आरोप लगा है कि ‘सुर सम्राज्ञी’ की अंत्येष्टि के दौरान उन्होंने थूक कर श्रद्धांजलि दी।
What's the obsession of M with spitting?
Was Srk spitting ! pic.twitter.com/DXSXjQd57j
— Hardik (@Humor_Silly) February 6, 2022
यह वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है।इस वीडियो में शाहरुख़ खान ने अपना मास्क उठा कर थूका है। यह देख बहुत से लोगों के मन में बहुत से सवाल उठे।कोई पूछता है यह जानबूझकर किया गया है तो कोई पूछता है
that's basically the air which is passed to someone through the mouth after the dua as it reassembles that the person for whom the dua has heen made it'll keep them safe and happy wherever they are as per religious norms. That's not spit. Kindly don't spread hate 👍🏻
— sahil 🌻 (@iamsahil555) February 6, 2022
कि क्या ये इस्लाम के हिसाब से अंतिम दर्शन की प्रक्रिया है ? वहीं कुछ लोगों ने अभिनेता का विरोध भी किया तो कुछ उनके हित में बोले –
एक यूजर ने ट्वीट कर लिखा है, “ये एक प्रकार की हवा है, जिसे मुँह के द्वारा किसी की तरफ पास किया जाता है। साथ ही दुआ भी पढ़ी जाती है। इसके अनुसार दुआ की जाती है कि वो व्यक्ति जहाँ भी हो, खुश रहे। ये थूक नहीं है, घृणा न फैलाएँ।”
@shaharukh7861 paid final taslim to the departed soul like a devout Muslim, saying Assalaamu Alaykum Warahmatullah (Peace and mercy of God be unto you).
— Azadirachta indica plated Momordica charantia (@arrowinto) February 6, 2022
वहीं दूसरे व्यक्ति ने ट्वीट कर लिखा, “मुस्लिमों के थूक के साथ ये कौन सा लगाव है? क्या शाहरुख़ खान थूक रहे थे?”
वहीं कुछ लोगों ने बताया की यह केवल दुआ पढ़ने और उसे उड़ाने का तरीका है।कुछ लोग इसे प्राकृतिक बता रहे है।वहीं कुछ लोग इस पर सवाल उठा रहे है। साथ में एक व्यक्ति ने लिखा है कि इस तरीके को ‘अंतिम मुस्लिम तस्लीम’ कहते है,इसके एक एक वाक्य का उच्चारण कर आत्मा की शांति की प्रार्थना की जाती है।