देश में कोरोना से इतनी मौतें हो रही है कि अब शमशान में जगह भी नहीं मिल रही है। ऐसे ही एक तस्वीर गुजरात से सामने आयी है। यहाँ वालसाड जिले के एक अस्पताल में मरीजों के बीच मृतक लोगों की लाश रखी गयी। मरीजों के बीच कोरोना से मरने वाले लोगों की लाश 3 दिन रखी गयी।
3 दिन बाद जब लाशों से बदबू आने लगी तब अन्य मरीजों को पता चला कि वे पिछले 3 दिनों से मृत मरीजों के बीच रह रहे हैं। मृतकों के शवों को मुर्दाघर नहीं भेजा जा रहा है। परिजनों को भी मृतकों के शव नहीं दिये जा रहे हैं। परिजन सिर्फ शवों के लिए इधर से उधर भटक रहे हैं। न तो शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है और न ही परिजनों को शव दिये जा रहे हैं। मृतकों के शव अस्पताल में पड़े-पड़े सड़ रहे हैं।
अहमदाबाद के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिये हालात काफी खराब होती जा रही है। अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस लाइन से खड़ी है। लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल और कागजी प्रक्रिया को पूरा करने में काफी समय लग रहा है। इसी कारण शव भी अस्पताल में पड़े पड़े सड़ रहे हैं। अस्पताल में जिस फ्रीजर पर शवों को रखा जाता है वह फ्रीजर भी खराब है। राज्य के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन और जरूरी दवाइयों की भी लगातार कमी हो रही है।
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