हमारे देश में खेल का बहुत महत्व है। इस वर्ष भी टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया है। इस खुशी के अवसर पर सरकारें, संस्थाएं अपनी खुशी जाहिर कर और सम्मान देने के लिए खिलाड़ियों को पैसे दे रहे है। साथ ही कई बेशकीमती तोहफे भी दिए जा रहे है। इससे पहले भी ऐसे कई खिलाड़ी है, जिन्होंने राष्ट्रीय ही नही बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान बढ़ाया है,लेकिन आज वही खिलाड़ी असल जिंदगी में कहीं खो गए है और मुश्किल से अपनी आजीविका चला रहे है।
आज हम आपको ऐसे ही एक खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने क्रिकेट जगत में टीम इंडिया को विश्व कप जीताने के लिए कड़ी मेहनत कर अहम भूमिका निभाई थी। आज वही खिलाड़ी मजदूरी कर किसी तरह अपनी आजीविका चला रहे है। इस खिलाड़ी का नाम नरेश तुमदा है जो गुजरात के नवसारी के रहने वाले है। वह 2018 में नेत्रहीन क्रिकेट विश्व कप प्रतियोगिता में टीम इंडिया में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे।
इस प्रतियोगिता का फाइनल 2018 के मार्च में शारजाह स्टेडियम में पाकिस्तान और भारत के बीच हुआ जिसमे पाकिस्तान ने भारत को 308 रनों के विशाल लक्ष्य दिया था और इस लक्ष्य को पूरा कर भारतीय नेत्रहीन क्रिकेट टीम का चैंपियन बना था। इस खेल को जीतने के लिए नरेश ने एक अहम भूमिका निभाई थी, और टीम को जीत दिलाने में भी बहुत मदद की थी, लेकिन आज वही नरेश अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए नवसारी में मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे है।
उनका कहना है कि वह रोजाना के केवल 250 रुपए ही कमा पाते है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वह तीन बार गुजरात के सरकार से उन्हे नौकरी देने का आग्रह कर चुके है लेकिन उन्हे इससे कोई लाभ न हुआ। साथ ही उन्होंने सरकार से एक सरकारी नौकरी देने का अनुरोध किया है जिससे वे अपने परिवार का पालन पोषण कर सके।
READ ALSO: उत्तराखंड: दहेज में नहीं मिली कार और 30 लाख रुपए, आखिर में बहू को प्रताड़ित कर घर से निकला