टोक्यो ओलंपिक में भारत के एक युवा ने जैवलिन थ्रो या भाला फेक क्वालिफिकेशन राउंड में पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया। युवक का नाम नीरज चोपड़ा है। नीरज अब 7 अगस्त को फाइनल खेलेंगे। नीरज को शुरू से ही टोक्यो ओलंपिक में मेडल का दावेदार माना जा रहा था और फाइनल में पहुंचकर उन्होंने भारत के लिए मेडल की उम्मीद भी जगा दी है.
हरियाणा के पानीपत जिले के खांद्रा गांव में एक छोटे से किसान के घर पर 24 दिसंबर 1997 को नीरज का जन्म हुआ था। नीरज ने 2016 में पोलैंड में हुए IAAF वर्ल्ड U-20 चैम्पियनशिप में 86.48 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड जीता था, जिसके बाद उन्हें आर्मी में जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर के तौर पर नियुक्ति मिली थी। और उन्होंने 2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता में एशियन गेम्स में 88.06 मीटर का थ्रो कर गोल्ड जीता था।
नीरज को टोक्यो में मेडल का दावेदार इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि 2016 के रियो ओलंपिक में त्रिनिदाद एंड टोबैगो के केशोरन वाल्कॉट ने 85.38 मीटर जैवलिन थ्रो के साथ ब्रॉन्ज जीता था। ऐसे में नीरज चोपड़ा अगर अपने वर्तमान बेस्ट थ्रो (88.07 मीटर) को ही दोहरा दें तो उनका मेडल पक्का है।
READ ALSO: आज से उत्तराखंड में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण अभियान शुरू….