- अन्य क्रिकेट बोर्ड्स को कोरोना से होने वाले नुकसान की भरपाई करने के लिए इस साल बीसीसीआई भारत की बाईलेटरल सीरीज ज्यादा करवा सकता है
- यदि आईपीएल नहीं हुआ तो इससे बीसीसीआई को लगभग 2500 करोड़ के नुकसान की उम्मीद है
- कोरोना खत्म होते ही बीसीसीआई करवा सकती है आईपीएल
बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और कोरोना वायरस से हुए नुकसान को कम करने के लिए बीसीसीआई ने अब छोटे क्रिकेट बोर्ड की मदद की पेशकश की है, पहले ही कोरोना से होने वाले नुकसान के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती की है तो इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड भी इसी राह पर है, अब बीसीसीआई यह प्लान बना रहा है कि वो छोटे क्रिकेट बोर्ड्स की टीमों के साथ ज्यादा बाईलेटरल सीरीज खेले ताकि इससे छोटे क्रिकेट बोर्ड्स के नुकसान की भरपाई हो जाये, बीसीसीआई के ऑफिशल्स के मुताबिक उन्होंने कुछ आंकड़े इकठ्ठे किये है जिसमे उन्होंने तमाम बोर्ड्स को कोरोना से होने वाले नुकसान का पता लगाया है जिसके बाद बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह ने हाल ही में ICC को सुझाव देते हुए कहा कि आने वाले कैलेंडर ईयर में हम भारत की ज्यादा से ज्यादा बाईलेटरल सीरीज करवाएंगे ताकि कोरोना से होने वाले नुकसान की भरपाई की जा सके और एक्स्ट्रा मैचों से होने वाली कमाई का कुछ हिस्सा मेहमान टीम को भी दिया जाएगा।
फिलहाल बीसीसीआई की नज़र आईपीएल को करवाने में है क्योंकि आईपीएल से बीसीसीआई को लगभग 2500 करोड़ कमाई की उम्मीद है और बीसीसीआई साल 2020 से 2021 में बाईलेटरल सीरीज खेलकर 950 करोड़ कमाने की सोच रहा है, वहीं ICC से मिलने वाले रेवेन्यु की बात करे तो बीसीसीआई को सबसे ज्यादा 380 करोड़ की सालाना कमाई होती है इसी वजह से बीसीसीआई अब छोटे बोर्ड्स की मदद के लिए सामने आया है ताकि उन बोर्ड्स को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जा सके, वहीं बीसीसीआई की नज़र अब आईपीएल पर भी है क्योंकि अगर इस साल आईपीएल नहीं हुआ तो भारतीय बोर्ड को बहुत ज्यादा नुकसान होने की उम्मीद है इसलिए बीसीसीआई पूरी कोशिश करेगा कि कोरोना खत्म होते ही आईपीएल की विंडो बुक कर दी जाए।