पहाड़ का हर युवा अब आगे बढ़ रहा है, नई – नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हम अक्सर कुछ ना कुछ खबर सुनते ही आ रहे हैं कि अब पहाड़ के बच्चे भी अपने राज्य और साथ ही अपने देश का नाम रोशन कर रहे। चलिए अब आपको ऐसी ही एक पहाड़ के होनहार के बारे में बताते हैं। उनका नाम अनुभव शुक्ला है जो कि रुद्रप्रयाग के रहने वाले हैं और हम आपको बता दें कि अनुभव का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में वैज्ञानिक के तौर पर हुआ है और साथ ही अनुभव शुक्ला इसरो में वैज्ञानिक के तौर पर अपनी सेवाएं देंगे।
अनुभव को सभी लोग बधाई एवं शुभकामनाएं दे रहे हैं।अनुभव बसुकेदार तहसील के नागजगई गांव जीला रुद्रप्रयाग के रहने वाले है। गांव से निकल कर इसरो तक का सफर पार करने में अनुभव ने कड़ी मेहनत की है। उन्होंने 2016 – 2020 तक इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन वलियमाला, तिरुवनन्तपुरम से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक किया।
अब आपको हम अनुभव के बचपन के बारे में बताते हैं, अनुभव बचपन से ही बहुत मेहनती रहे है। अनुभव की पढ़ाई ज्ञानांजलि पब्लिक स्कूल नागजगई में हुई, उसके बाद में उन्होंने गुप्तकाशी के जैक्सविन नेशनल इंटर कॉलेज में एडमिशन लिया, उसके बाद उनका चयन नवोदय विद्यालय में हुआ। उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय जाखधार से पास की। अनुभव के पिता राजेश शुक्ला एक अध्यापक हैं, जबकि माता चेतना गृहिणी हैं। अनुभव बताते हैं कि उनके माता-पिता के मार्गदर्शन और उनकी अपनी मेहनत से वो इसरो में वैज्ञानिक बनने में कामयाब रहे। अनुभव का छोटा भाई भी है जिसका नाम वैभव शुक्ला है जो कि हिमालयन मेडिकल कॉलेज जौलीग्रांट से बीएएमएस कर रहा है।अनुभव के घर पर ये खबर सुनकर सबके चेहरे खिल उठे हैं।