पूर्वी लद्दाख में LAC पर चीन के साथ पिछले साल मई में शुरू हुए तनाव के बाद, अब पैंगॉन्ग झील पर डिस्इंगेजमेंट की प्रक्रिया चल रही है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच सीमा पर संबंध सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है, पर इस बीच गुरुवार को सेना प्रमुख एमएम नरवाने ने बताया की अभी भी चीन से खतरा खतरा टला नहीं है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा की, नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की गंभीरता का अनुमान गर्मियों में ही पता चलेगा। टाइम्स नाउ इंटरनैशनल इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में सेना प्रमुख ने कहा कि जब तक डी-एस्केलेशन पर्याप्त मात्रा में नहीं होता और कई जगहों से आए सैनिक जबतक सीमा के आस-पास रहते हैं, तब तक खतरा बना रहेगा।
सेना प्रमुख ने बताया की, बातचीत दोनों देशों के विदेश मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों सहित विभिन्न स्तरों पर थीवहीं दोनों पक्षों के DGMO के बीच बातचीत हुई और 25 फरवरी को एक संयुक्त बयान जारी किया गया। वहीं उन्होंने कहा की सैन्य शक्ति पीछे के क्षेत्रों में उसी तरह है, जैसे पहले थी। हालांकि उत्तरी सीमाओं पर तनाव था, जिसे कई बातचीत करके हल किया गया। जिसके बाद पैंगोंग त्सो में डिस्इंगेजमेंट की प्रक्रिया चल रही है।