बारा/कोटा:- 23 और 24 अक्टूबर को पटवारी भर्ती के लिए परीक्षा हुई जिसमें हज़ारो युवा सरकारी नौकरी का सपना देख परीक्षा देने के लिए एग्जाम सेंटर आए। किसी भी तरह की कोई चीटिंग न हो इसलिए उत्तर प्रदेश में इंटरनेट को बंद कर दिया गया। लेकिन इसके बावजूद भी एग्जाम सेंटर में धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे है। एक ऐसी ही घटना बारां से आई है जहां परीक्षा के समय पुलिस से चेकिंग ने दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने जांच में बताया कि चेतन सिंह मीणा राजस्थान के रहने वाले है। उनका सरकारी एग्जाम का सेंटर अपैक्स स्कूल में पड़ा था। लेकिन उसकी जगह रोशन कुमार निवासी बिहार एग्जाम देने सेंटर पहुँचा। वहीं जब परीक्षा स्कूल में एंट्री के गार्ड ने जब चेकिंग में शिक्षक की फ़ोटो असली एग्जाम युवक से बिल्कुल अलग थी। जब उसने भागने की कोशिश की तो पुलिस कर्मियों ने फर्जी शिक्षकों को पकड़ लिया। ऐसी ही एक और खबर दौसा निवासी रोशन दिलराज की जगह जोधपुर के कान्हा निवासी रोहितास उसका एग्जाम देने आया। इनकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलने के बाद एडीएम बृजमोहन बैरवा पुलिस अधीक्षक कल्याण मौके पर पहुंचे और अपराधीयों के साथ उनके मित्रों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
सुरेश नाम का व्यक्ति किसी मनीष के नाम से पटवारी का एग्जाम दे रहा था। परीक्षा केंद्र में जब इसकी सूचना शिक्षक को लगी तो उन्होंने उसकी जांच करवाई और उनका शक सच मे बदल गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई और उन्होंने आरोपी सुरेश को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सुरेश ने बताया कि मनीष उसके मित्र का नाम है और वह उसका एग्जाम देने सेंटर आया था।
इसके लिए मनीष ने उसको बीस हज़ार रुपये दिए। और एग्जाम में सफल होने के बाद उसको 50 हज़ार रुपए ओर देने का वादा किया था। इसके बाद पुलिस ने मनीष को भी गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि दोनों युवक बाड़मेर के धोरीमन्ना क्षेत्र के रहने वाले है।