
अग्नीपथ भर्ती योजना के तहत युवकों का एक बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है बताया जा रहा है कि हिसार में 12 अगस्त से अग्निपथ भर्ती योजना के लिए भर्ती शुरू हुई थी जिसमें कुछ युवाओं ने फर्जी एडमिट कार्ड बनाकर फिजिकल टेस्ट क्लियर करने के लिए योजना बनाई लेकिन शुक्रवार को हुए इस फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया।
बता दे कि अग्नीपथ भर्ती योजना में भर्ती होने के लिए हिसार क्षेत्र में कुछ लोगों ने फर्जी एडमिट कार्ड बना लिया था जिसका इस्तेमाल करके फिजिकल टेस्ट को पास करना चाहते थे लेकिन भर्ती केंद्र में इस फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया बता दे कि कुल 14 युवक शुक्रवार को फर्जी एडमिट कार्ड लेकर भर्ती में पहुंचे थे
जहां पर भर्ती केंद्र में जब इस एडमिट कार्ड का बारकोड स्कैन किया गया तो सारा सच सामने आ गया बताया जा रहा है कि भर्ती केंद्र पर एडमिट कार्ड और आधार कार्ड पर एक बार कोड लगा होता है जिसे स्कैन किया जाता है जिसके बाद उन युवकों की सच्चाई सामने आ गई फिर आर्मी के डिपार्टमेंट द्वारा जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने सारा सच सामने रख दिया।
फर्जी एडमिट कार्ड लेकर आए हुए इन युवकों ने बताया कि वह किसी अन्य क्षेत्र से हैं साथ ही वह फर्जी एडमिट कार्ड को बनाकर फिजिकल टेस्ट पास करने के लिए आए हुए थे वही इस संपूर्ण मामले को लेकर हिसार सेना भर्ती कार्यालय के भर्ती निर्देशक ने बयान देते हुए कहा कि सेना भर्ती रैली में फतेहाबाद के उम्मीदवारों की भर्ती प्रक्रिया 12 अगस्त से शुरू हो गई है
उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह जब हमने भर्ती प्रक्रिया को शुरू किया तो सर्वप्रथम उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड और आधार कार्ड के बार कोड को स्कैन किया गया बता दें कि आधार कार्ड में एक बायोमेट्रिक लिंक होता है अगर स्कैन करने पर कुछ भी फर्जीवाड़ा होता है
तो इस बार कोडिंग की सहायता से धोखाधड़ी का पता चल जाएगा वहीं इसी विधि के अनुसार शुक्रवार को कुल 14 उम्मीदवारों के फर्जी एडमिट कार्ड मिले बता दें कि यह सभी युवक फतेहबाद के रहने वाले हैं सभी युवकों ने कंप्यूटर की सहायता से एडमिट कार्ड को बनाया हुआ था।
जब इन 14 उम्मीदवारों से सख्ती से पूछताछ की गई तो वह भर्ती स्टाफ के सामने अपने भविष्य खराब होने की दुहाई देते रहे उन्होंने बताया कि वे गरीब घर से हैं और रोजगार पाने के लिए उन्होंने यह फर्जीवाड़ा किया फिर भर्ती स्टाफ द्वारा उनका पता नोट करके और भविष्य में ऐसा ना करने की चेतावनी देकर भगा दिया गया है।