
आज की खबर अलीगढ़ के अतरौली थाना क्षेत्र के गांव चपौटा से आ रही है।यहां फोन मिलने की मांग करे रहे किशोर ने मांग पूरी न होने पर फांसी के फंदे पर लटक कर अपनी जान दे दी। घटना रविवार की है जब उसकी मां ने उसकी इस मांग को न मानकर उसे डांट दिया था।इसी बात को दिल पर लेकर उसने कुछ को देर रात में कमरे में बंद किया और साड़ी का फंदा बनाकर उससे अपनी जान दे दी।
सबसे पहले किशोर को फंदे पर लटके हुए उसकी भाभी ने देखा।यह देख उसने शोर मचाया।इसके बाद जल्दी ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।किशोर का नाम कंचीलाल (16) पुत्र लाला था जो चपौटा, अतरौली के निवासी थे।कांचीलाल दो भाई थे जिनमे वह सबसे छोटा था।उसके पिता खेती करते थे जिसमे उसका बड़ा भाई भी मदद करता था।इसके अलावा कंचीलाल ने भी स्कूल छोड़ दिया और अपने पिता की मदद करने लगा।
परिजनों के अनुसार बहुत समय पहले से ही।वह स्मार्टफोन खरीदना चाहता था।इस बात का उसके दिमाग पर भूत सवार था लेकिन परिजन उसे मना कर रहे थे।रविवार को भी जब वह खेत में काम कर रहा था तो उसकी मां उसके लिए खाना लेकर वहां पहुंची। वहां उसने अपनी मां से स्मार्टफोन दिलाने की मांग की।लेकिन उन्होंने उसे फटकार दिया,जिसके बाद वह खाना लेकर अपने घर आ गया।घर पर उसने खाना खाया और अपनी भाभी के पास जाकर उनसे फंदा बनाने के लिए पूछा लेकिन भाभी ने देवर की बात को मजाक समझ कर ताल दिया और वह सोने चली गई।
दूसरी तरफ कांची ने अपनी मां की साड़ी का फंदा बनाया और उस पर लटक गया।कुछ देर बाद भाभी ने जब कांची के कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कुछ जवाब न मिला तो भाभी ने खिड़की से झांककर देखा और अंदर अपने देवर फांसी के फंदे पर लटका देखकर वह दंग रह गई।इस बात की सूचना उन्हे अन्य लोगों को दी।
वहीं किशोर की भाभी रोते हुए बोल रही थी कि वह रात को वह उससे साड़ी से फांदा बनाने की बात पूछ रहा था लेकिन उन्होंने उसकी बात को मजाक समझ अनसुना कर दिया। यदि उन्हे इस बात की थोड़ी भी भनक पड़ती तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।
वहीं सीओ इगलास शिवकुमार ने इस मामले में कहा,”अतरौली क्षेत्र में किसी किशोर के आत्महत्या करने की कोई भी सूचना पुलिस को नहीं मिली है।यदि ऐसा कुछ हुआ तो मामले की जांच की जाएगी।तथ्य सामने आने पर कार्रवाई भी की जाएगी।”