इंसानों की बीमारियों के जांच पड़ताल के लिए आज के समय में कई साधन है।लेकिन अगर हम बेजुबानों की बात करें तो उनकी बीमारियों की जांच के लिए अभी तक इस कोई खास साधन नही आए है। जबकि इंसान अपने दर्द को बयां कर सकता है लेकिन एक बेजुबान नहीं।
लेकिन अब इन बेजुबानों के दर्द को गाजियाबाद के जिलाधिकारी (DM) राकेश कुमार सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी (CDO) अस्मिता लाल द्वारा समझा गया है। उन्होंने अब इनके इलाज के लिए एक अल्ट्रासाउंड मशीन लगाई गई है जिससे हम कुछ ही देर में उनकी बीमारियों के बारे में पता चल सकता है।उसके बाद उनका सही तरह से उपचार किया जा सकता है।
CDO अस्मिता लाल द्वारा बताया गया कि यह अल्ट्रासाउंड मशीन गाजियाबाद के टाइगर मेमोरियल पेट क्लीनिक कविनगर में स्थापित की गई है,जिसमे कुत्ते और बिल्लियों में टीबी की गांठ,पथरी,गर्भ की जांच जैसे अलग अलग आंतरिक अंगों की जांच हो सकती है।
इससे पालतू जानवरों को होने वाली बीमारियों और दिक्कतों का पता लगाया जा सकता है,जिसके बाद उनके लिए इलाज की भी सुविधा होगी।इस अल्ट्रासाउंड की सुविधा स्ट्रीट डॉग के लिए फ्री होगी,वहीं पालतू पेट्स के लिए एक मिनिमम चार्ज होगा।