पिछले वर्ष कोरोना नामक बीमारी ने हर जगह अपना कहर बरसाया था।इस साल के शुरुवात में वैक्सीन से इस बीमारी पर धीरे धीरे काबू पाया जा रहा था।लेकिन अब एक बार फिर प्रदेश भर में इसकी दूसरी लहर भयानक रूप से बढ़ रही है।हरिद्वार जैसे कई मैदानी इलाकों में फिर से स्तिथि खराब हो रही है।हरिद्वार में महाकुंभ के अवसर पर कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। यहां नियमों के पालन करने पर भी बहुत से लोग कोरोना संक्रमित मिल रहे है।
इस शनिवार को भी कनखल के गणेशपुरम में करीब 14 लोग कोरोना संक्रमित मिले है।उनके संपर्क में आए हुए लोगों को भी ट्रेस किया जा रहा है।सीएमओ डॉ. एसके झा ने इस बात की पुष्टि की है।पूरे स्वास्थ्य विभाग में इस मामले से हड़कंप मच चुका है।जिला प्रशासन ने पूरी गणेशपुरम कॉलोनी को सील कर चुका है।
हरिद्वार में बहुत से लोग कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलते ही चले जा रहे है।कुछ समय पहले ही यहां के हरिपुर कलां के एक आश्रम में 32 श्रद्धालु कोरोना संक्रमित मिले है। पूरे प्रदेश भर में बीते शुक्रवार को 24 घंटों में पूरे 364 नए संक्रमित मरीज पाए गए है।जिनमे से दो मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। अब प्रदेश में करीब 100911 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या हो चुकी है। साथ ही 2400 से ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस हैं।
सरकार पूरी सख्ती बरत रही है।अब उत्तराखंड में आने के लिए भी निगेटिव आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट लाना भी अनिवार्य हो चुका है। उत्तराखंड सरकार ने टेस्टिंग और कांटेक्ट ट्रेसिंग भी बढ़ाने को लेकर निर्देश जारी किए है।मंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिवों के बैठक रखी जिसमे वैक्सीनेशन अभियान को ग्राम पंचायत के स्तर तक ले जाने की बात कही गई।साथ ही नियमो के पालन और कोरोना की जांच के माध्यम बढ़ाने की बात पीट भी चर्चा की गई। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम और एक्टिव केस बढ़ते ही चले जा रहे है।
अभी तक यहां कुल 1721 मरीजों के मृत्यु हो गई है।सरकार अपनी तरफ से इस बीमारी से निपटने की पूरी कोशिश कर रही है।लेकिन सरकार से ज्यादा इस चीज का जिम्मा खुद एक इंसान के ऊपर है। नियमो का पालन अगर सही से किया जाएगा तो ही इस बीमारी से बचा जा सकता है।साथ ही किसी भी प्रकार की अफवाहों को बढ़ावा न दे।