आपको बता दें कि उत्तराखंड के जोशीमठ ब्लॉक के हाट गांव के नागरिक काफी समय से अपने अधिकारों और समस्याओं का समाधान करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। जल विद्युत प्रबंधन की ओर से समस्या का समाधान ना होने से अब ग्रामीणों का धैर्य टूटा चला जा रहा है। प्रशासन भी किसी ग्रामीण की नहीं सुन रहा है।
इससे तंग आकर नवयुवक संघ अध्यक्ष समेत पांच लोगों ने अपने ऊपर डीजल डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की। जेस्ट प्रमुख के अनुसार लंबे समय से टीएचडीसी एचसीसी विद्युत परियोजना निर्माण से ग्रामीणों ने कई बार अपने मांग के लिए चर्चा की। साथ ही प्रशासन के सामने कंपनी द्वारा की जा रही वादाखिलाफी की भी शिकायत की। लेकिन प्रशासन ने उनके हित के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया।
इसके बाद क्रोधित ग्रामीण अब आत्महत्या करने की स्थिति में पहुंच गए हैं। जब शासन प्रशासन और कंपनी द्वारा ग्रामीणों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया, और साथी जो समझौते कंपनी निर्माण के समय हुए थे उनको किनारे कर दिया जा रहा है। जिसके कारण आज ग्रामीणों में से 5 लोगों ने आत्महत्या करने का कदम उठाया।
वही ग्राम प्रधान राजेंद्र अटवाल ने कहा कि, विकास के लिए वह हमेशा खड़े रहे हैं, अपनी काश्तकारी की भूमि को उन्होंने परियोजना के लिए समझौते के अनुसार दे दी थी। लेकिन विद्युत परियोजना लगाता निर्माण कर रही है जिन समझौतों पर कंपनी प्रबंधन से अनुबंध हुआ था, उन समझौतों को मानने के लिए आप कंपनी इंकार कर रही है।
READ ALSO: काबुल एयरपोर्ट में US troops को अपना बच्चा सौंपती दिखी बेबस मां, सैनिकों की भी आंखें नम….