आपको बता दें कि उत्तराखंड में हर घर नल की योजना शुरू की गई थी। इसी बीच उत्तराखंड के उत्तरकाशी के लोदन गांव के लिए इस योजना के तहत करीब 9 लाख आए थे। जिसमें हर घर तक पाइपलाइन बिछनी थी। लेकिन गांव में दिनेश नौटियाल ठेकेदार आता है और गांव वालों को इकट्ठा कर उन्हें डेढ़ लाख की धनराशि दे देता है। साथ ही सारे गांव वालों के साथ एक एग्रीमेंट करता है जिसमें लिखा होता है कि घर-घर तक पाइपलाइन बीछ चुकी है और नल भी लगाए जा चुके हैं। उस एग्रीमेंट पर गांव वालों के साइन प्रधान की मोहर व साइन लगवा लिए हैं।
राजस्थान में काम करने वाला राजेंद्र नौटियाल जब अपने गांव लौटा तब उसने इस मामले का खुलासा किया। उसको पता चला कि गांव वाले काफी खुश हो रहे हैं कि उन्होंने सरकार और ठेकेदार को डेढ़ लाख की चपत लगा दी है। इसी बीच राजेंद्र नौटियाल गांव वालों को समझाता है कि 9 लाख की योजना गांव वालों के लिए आई थी। और गांव वालों ने डेढ़ लाख रुपए ठेकेदार से लेकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। ऐसे में गांव का विकास होना अब मुश्किल है। लेकिन राजेंद्र नौटियाल का समझाया हुआ गांव वालों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया और वह उन्हें अपना दुश्मन मानने लगे।
लेकिन किसी भी गांव वाले के साथ ना देने के बाद भी राजेंद्र नौटियाल ने अकेले लड़ने की ठानी और इस मामले की शिकायत डीएम, सीएम, पेयजल विभाग तक कर डाली। और सोशल मीडिया के द्वारा लोगों को भी इस बारे में बताया और जागरूक किया। ALSO READ THIS:हरिद्वार: दहेज में गाड़ी नहीं मिलने पर बहू को घर से निकाला, जहर देकर मारने की कोशिश….
यह एक अकेला ऐसा मामला नहीं है जो पहली बार किसी गांव में हुआ हो इससे पहले भी कई मामले ऐसे आए हैं जिसकी वजह से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला हो और गांव के विकास पर रोक लगी हो। इस विषय में सरकार को कठिन से कठिन कदम उठाना चाहिए। ALSO READ THIS:वाह रे उत्तराखंड शिक्षा विभाग, रिटायर हो चुके शिक्षक को कर दिया प्रोमोट…