उत्तराखंड के जवान राजेंद्र सिंह 14 जनवरी की सुबह कासनी बैरक से लापता हो गए है। पुलिस ने सेना के लापता होने पर सर्च अभियान चलाया परंतु अभी तक जवान का कोई पता नहीं चला। पुलिस के पास पत्र सौंपकर रविंद्र सिंह ने यह बताया की उनका दामाद राजेंद्र सिंह की लापता हो जाने की सूचना दी।
उन्होंने कुछ इस प्रकार बताया की उनके दामाद राजेंद्र सिंह बोरा पुत्र लक्ष्मण सिंह बोरा प्रादेशिक सेना में कासनी पिथौरागढ़ में कार्यरत हैं। उन्हें पता चला की 14 जनवरी की प्रात: 5:30 बजे से बैरक से गुम हैं और उनका फोन भी बैरक में ही है।
पुलिस ने जवान के लापता होने की रिपोर्ट लिखने के बाद ही जवान को खोजने के लिए पिथौरागढ़ के SI सोमेंद्र सिंह के नेतृत्व में चीता पुलिस के कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, छात्र सिंह, डॉग स्क्वाड और टेरिटोरियल आर्मी की ड्रोन टीम ने पुरे डिफेंस एरिया समेत सेरादेवल मंदिर से सटे घने जंगल में लापता जवान को खोजने के लिए कांबिंग करी।
इसके साथ साथ इलाके के सभी जगहों की CCTV कैमरों की फुटेज भी निकलवाकर देखी लेकिन तब भी लापता जवान का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस की टीम और सेना के जवानों ने कासनी बाजार, भड़कटिया छेत्र, टनकपुर तिराहा, जाखनी रोड, रोड़वेज बस स्टेशन, ढाबे, होटल, जैसे सभी स्थानों कर लापता जवान की फोटो दिखाकर पूछताछ करी लेकिन इसके बाद भी जवान का कोई पता नहीं चला।
जिसके बाद पुलिस की टीम और सेना के जवानों के लापता जवान के पैंपलेट बनाकर सभी स्थानों कर लगा दिए हैं। परिवार वाले भी राजेंद्र सिंह के अचानक लापता होने से काफी चिंतित है