पहले तो उत्तराखंड राज्य का नाम अच्छे कामों के लिए ही जाना जाता है लेकिन अब उत्तराखंड का नाम सेना के फर्जी दस्तावेजों में भी शामिल हो गया है जहां दस्तावेज बनाकर व्यक्तियों को पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इराक और दुबई भेजा जा रहा था। जांच टीम को पता चला है की आरोपियों के पास में से को दस्तावेज बरामद हुए हैं, उनसे पता लगता है कि इन देशों में अधिकतर लोग जिन प्लेसमेंट एजेंसियों से भेजे गए, वो उत्तराखंड,हिमाचल प्रदेश और सिक्किम के हैं।
खबर है की स्पेशल टास्क फोर्स प्लेंसमेंट एजेंसियों ने भेजे गए 225 व्यक्तियों की जांच कर रही है इसके साथ बताया जा रहा है की ये सभी शक के घेरे में हैं। जांच में दौरान ये भी सामने आया है कि इन लोगों को विदेश भेजा जा रहा है जिनमे सबसे ज्यादा संख्या नेपाल के मूल निवासी की है।21 जनवरी को एसटीएफ ने इस गिरोह का पकड़ा था, जो फर्जी दस्तावेज बनाकर भारत से लोगों को विदेश भेज रहा था।
खबर के मुताबिक जानकारी मिली है की वहां उन्हें सेना के दस्तावेजों की मदद से सिक्योरिटी एजेंसियों में नौकरी दिलाई जाती थी। इस मामले में पुलिस ने सेना रिटायर्ड कर्मी के साथ तीन और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के घर से सेना से संबंधित दस्तावेज और 20 मुहर और सेना की 90 डिस्चार्ज बुक बरामद की गई थीं। एसटीएफ ने सभी दस्तावेजों को सत्यापन के लिए मेरठ स्थित आर्मी इंटेलीजेंस कार्यालय भेज दिया है।
इसके बाद ही पता चलेगा कि कितने लोग सही और कितने फर्जीवाड़ा से इन देशों में गए हैं। आपको बता दें की पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि आर्मी इंटेलीजेंस और बाकी अन्य एजेंसियों को जो दस्तावेज भेजे थे उनकी अभी रिपोर्ट नहीं आई है।