बदरीनाथ धाम पहुंचने वाले यात्री वाहनों से लगने वाला इको टूरिज्म शुल्क को अब फास्टैग के माध्यम से डिजिटल तरीके से लिया जाएगा। यह बैरियर बदरीनाथ से पहले देवदर्शनी नामक स्थान पर लगाया गया है। आपको बता दे यह देश का पहला 10,279 फीट की ऊंचाई पर स्थापित फास्टैग बैरियर है।
इतना देना होगा शुल्क
छोटे चौपहिया वाहनों से 60 रुपए लिया जाएगा।
टेंपो ट्रैवलर या मिनी बस से 100 रुपए लिया जाएगा।
बड़ी बसों से 120 रुपए लिया जाएगा।
हेलीकॉप्टर से 1000 रुपए लिया जाएगा।
नगर पंचायत बदरीनाथ के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया कि वर्ष 2022 में हुए गजट नोटिफिकेशन के बाद से धाम में आने वाले वाहनों से ईको पर्यटन शुल्क लिया जाता है. इसके तहत फोर व्हीलर वाहन से 60, टेम्पो ट्रैवलर/मिनी बस से 100, बस से 120 व हेलीकॉप्टर से 1 हजार रुपए की धनराशि एक बार में ली जाती है. इससे होने वाली आय से धाम में पर्यटन विकास, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, विकास कार्य, चारधाम यात्रा के दौरान अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती, बैरियर संचालन और पर्यटन महोत्सव के आयोजन आदि में पैसे खर्च किए जाते हैं.
इस सुविधा का वर्चुअल उद्घाटन जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने किया। यह कदम नगर पंचायत बदरीनाथ द्वारा लंबे समय से उठाई जा रही उस समस्या का समाधान है, जिसमें मैनुअल शुल्क लेने के कारण यात्रा के दौरान वाहनों की लंबी लाइनें लगती थीं और श्रद्धालुओं को भारी असुविधा होती थी।
इस प्रणाली को पार्क प्लस कंपनी के माध्यम से लागू किया गया है और 15 दिन के सफल ट्रायल के बाद इसे स्थायी रूप से शुरू कर दिया गया है। यह न केवल भुगतान प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाएगा…बल्कि यात्रियों को बेवजह की देरी और कतारों से भी छुटकारा मिलेगा।