उत्तराखंड न्यूज़: बीते सोमवार उत्तराखंड के चंपावत ने अचानक मौसम बदल गया। तेज हवायें चलने लगी और बादल गरजने लगी। तेज हवा चलने से पाखड़ का एक पेड़ उखड़कर गिर गया। पेड़ के नीचे छाव में पति-पत्नी और उनकी 4 महीने की पोती सो कर आराम कर रहे थे। पेड़ गिरने से तीनों की दबकर मौत हो गयी। हादसा चंपावत के ही एक रेलवे क्षेत्र का है। रेस्क्यू टीम ने मौके पर आकर शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
बता दें, जिन लोगों की मृत्यु हुई है वे कूड़ा बिनने का काम करते है और इसी से अपना गुजारा करते थे। लेकिन सोमवार की दोपहर के वक्त अचानक तेज हवायें चलने लगी। इस दौरान पाखरी पेड़ के नीचे कुछ लोग छाव में आराम कर रहे थे जबकि कुछ सो रहे थे। इस बीच जैसे ही पेड़ गिरने वाला था सभी लोग जान बचाकर भाग गये। लेकिन जो 3 लोग सो रखे थे उनकी पेड़ के नीचे दबने से मौत हो गयी।
घटना में 45 वर्षीय अमर सिंह और उनकी पत्नी सुनीता (42 वर्ष) दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी। हालांकि उनकी 4 महीने की पोती आशा गंभीर रूप से घायल थी। आशा को अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही मासूम ने दम तोड़ दिया। सोमवार दोपहर तक मौसम बिल्कुक साफ था।
किसी ने सोचा भी नहीं था कि मौसम अचानक बदल जायेगा। लेकिन पिथौरागढ़ और चंपावत जिले में अचानक मौसम बदल गया। तेज हवायें और बिजली गरजने लगी। जिससे एक पेड़ गिर गया और 3 लोगों की पेड़ के नीचे दबने से मौत हो गयी।