हम आपको एक अच्छी खबर बताते हैं की, एक बाबा स्विट्जरलैंड से हरिद्वार पहुंचे है। उनका नाम बेन बाबा है जो जीवन से जुड़े रहस्यों को सुलझाना चाहते थे। मन में उठ रहे इन सवालों का जवाब उन्हें सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति और योग में मिला। उन्हें हजारों किलोमीटर दूर जीवन में शांति की तलाश में लिए भारत के धर्मनगरी पैदल ही हरिद्वार ले आई।
आपको हम बता दें की, स्विट्जरलैंड के रहने वाले ये बेन बाबा साढ़े छह हजार किलोमीटर की दूरी पैदल तय की है। वहीं पैदल यात्रा करते करते उन्होंने, यूरोप से टर्की, ईरान, आर्मेनिया, जॉर्जिया, रशिया, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, चीन और पाकिस्तान समेत 18 मुल्क पार किए, बताया जा रहा है की, पैदल यात्रा करते हुए,उन्हें भारत तक पहुंचने में पांच साल लगे। बाबा ने आगे बताया की, जब भी वो जिस देश में पहुंचते थे और जो भी बॉर्डर आने वाला होता था, वो उसके लिए पहले ही वीजा अप्लाई कर देते थे।
और अब बाबा अपनी पूरी भारत तक की यात्रा को पूरा कर चुके हैं, और इन दिनों बाबा हरिद्वार में कुंभ स्नान के लिए आए है। बेन बाबा की उम्र अभी सिर्फ 33 साल है, और बाबा पेशे से वेब डिजाइनर हैं, वहीं वो स्विट्जरलैंड में हर घंटे लगभग, 10 यूरो कमाते थे। बाबा के पास घर, गाड़ी और लग्जरी लाइफ सबकुछ है, लेकिन उनका मन अंदर से खुश नहीं था।बाबा बताते हैं की, उन्होंने भारतीय संस्कृति और योग के बारे में पढ़ा, इसके साथ ही आध्यात्मिक पथ पर आगे बढ़ने के लिए स्विट्जरलैंड छोड़ दिया।
बाबा ने बताया की यहां तक पहुंचने के सफर में जिसने जो खाने को दिया वो हो उन्होंने खाया।उसे खाकर पेट भरते हैं। बताया जा रहा है की, बेन बाबा बहुत अच्छी हिंदी बोलते हैं, और बाबा को गायत्री मंत्र और गंगा आरती कंठस्थ याद है। वो कभी हरकी पैड़ी तो कभी गंगा किनारे टहलते नजर आते हैं। बाबा नंगे पैर ही घूमते रहते हैं और वो हिमाचल के कांगड़ा से 25 दिनों के पैदल सफर के बाद हरिद्वार पहुंचे हैं। ये बहुत ही अच्छी बात है, इस व्यक्तियों के बारे में अच्छा लगता है सुनकर, बाबा के पास सब कुछ था लेकिन मन की शांति न हो तो कुछ भी नजर नहीं आता।