देश भर में रंगों के पावन पर्व होली को लेकर एक बार फिर से असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है। न केवल यही, बल्कि कुछ लोगों का मत है कि होली 14 मार्च को मनाई जाएगी, जबकि अन्य लोगों का कहना है कि यह पर्व 15 मार्च को मनाया जाएगा।
हालांकि, राज्य के विद्वानों ने एक ऑनलाइन बैठक में इस असमंजस का समाधान निकाल लिया है। जिसमें यह निर्णय लिया गया है कि आगामी 15 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा।
वास्तव में, बैठक में निर्णय लिया गया है कि आगामी 15 मार्च को होली मनाई जाएगी। इसके लिए काशी विद्वत परिषद और पंचतत्व विद्वत परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस पर्व के आयोजन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।
इस बैठक की अध्यक्षता आचार्य पवन पाठक और डॉक्टर जगदीश चंद्र भट्ट ने की, जिसमें काशी विद्वत परिषद के सचिव अमित मिश्रा सहित कई अन्य विद्वान उपस्थित थे। इन विद्वानों ने होली की तिथि को लेकर उत्पन्न संशय को दूर किया।