इंसान दो समय की रोटी के लिए सारी खुशियां त्याग देता है फिर चाहे वो अपने परिवार से ही क्यों न जुड़ी हो। अपने परिवार वालो को सारी सुविधा देने के लिए दो युवक भी कुछ ऐसा ही कर रहे थे। दोनो युवक भी छठ पूजा अपने परिवार वालो के साथ करना चाहते थे लेकिन काम के चलते वह घर नही जा पाए। यह मामला पदमपुर देवलिया का है।
जहां बिहार के मोलतोला बेतिया के रहने वाले बिट्टू कुमार (25 वर्ष) पुत्र लल्लन अपने परिवार व अन्य रिश्तेदारों के साथ रहता था। कुछ दिन पहले उसकी पत्नी अपने दो बच्चों के साथ बिहार गई थी। अभी कुछ दिन पहले ही बिट्टू ने अपनी पत्नी से फोन पर बात की थी। पत्नी ने छठ पूजा पर गांव आने के लिए कहा तो बिट्टू ने मना कर दिया इस बात को लेकर पत्नी ने उससे काफी लड़ाई की और नाराज़ हो गई।
इससे बिट्टू कुमार दुखी हो गया और उसने जयपुर बीसा में जंगल में एक पेड़ से लटक कर खुद की जान ले ली। वहीं दूसरा मामला बेरीपड़ाव गौला गेट का है। जहां बेतिया बिहार के रहने वाले खनन मजदूर भरत चौधरी पुत्र बन्नू चौधरी ने फांसी लगाकर खुद की जान ले ली। पूछताछ में पता चला कि उनकी पत्नी ने भी छठ पूजा को लेकर फोन पर उससे लड़ाई की थी। ALSO READ THIS:हां मैने सभी जवानों को मारा, मेरी पत्नी को कच्ची कलि कहते थे साथी जवान, रितेश ने दिए अफसर के सारे सवालों के जवाब..
जिसके बाद उसने अपनी जान लेने का निर्णय लिया। बताया जा रहा है कि दोनों युवक बिट्टू और भरत नौकरी के लिए उत्तराखंड आये थे।जवान बेटों की मौत के बाद छठ पूजा के मौके पर बिहार के दो परिवारों में मातम छा गया। फिलहाल पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। और मामले की जांच कर रही है।ALSO READ THIS:गर्लफ्रेंड के साथ होटल में रंगरलियां मना रहा था पुलिस इंस्पेक्टर, पत्नी ने मारा छापा, जमकर करी पिटाई, वीडियो वायरल…