रुद्रपुर – कोरोनाकाल में कई युवाओं की नौकरी बंद हो गई है।एक खबर ये सामने आ रही है की पंतनगर सिडकुल फैक्ट्री से एक कर्मचारी को जब निकाला गया तो वह फैक्ट्री के गेट पर जाकर आत्महत्या की कोशिश करने लगा, फिर पुलिस ने उसे रोका, और इसके साथ ही हिरासत में लिया।
आपको अब पूरी बात बताते हैं। बागेश्वर जिले के चरना गांव के निवासी भगवंत कुमार पिछले सात साल से सिडकुल के सेक्टर नौ स्थित रॉकेट कंपनी में सहायक स्टोर कीपर के तौर पर काम करते थे, और वो रुद्रपुर स्थित वसुंधरा फुलसुंगा कॉलोनी में अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहते हैं।
वहीं इस पर भगवंत कुमार का कहना है कि कंपनी प्रबंधन ने पिछले साल से कर्मचारियों को हटाना शुरू कर दिया। और मार्च में भी 35 कर्मचारियों को भी काम से निकाल दिया था। बताया जा रहा है की कंपनी ने इन कर्मचारियों से जबरदस्ती इस्तीफा दिलवाया।
भगवंत का कहना है की इसके बाद वो मुझ पर भी दबाव बढ़ाने लगे। भगवंत ने आगे कहा की वो नौकरी नहीं छोड़ना चाहता था, इसलिए उसने बहुत कोशिश करी, लेकिन प्रबंधन ने झूठी रिपोर्ट बनाकर एक जाल बनाया और उसमें फंसा कर भगवंत को सस्पेंड कर दिया, और कंपनी ने उनकी सैलरी भी काट ली।
और बीते शनिवार को भगवंत को फैक्ट्री प्रबंधन ने सस्पेंशन नोटिस पकड़ा दिया। नौकरी के जाने के बाद वो बहुत परेशान।
उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा तो इसलिए उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की। वह कंपनी के गेट पर पेट्रोल की कैन लेकर पहुंच गया और अपने उपर पेट्रोल छिड़कने लगा। गनीमत रही कि मौके पर पुलिस ने आ कर आग नहीं लगाने दी। पुलिस युवक को अपने साथ
रास्ता नहीं बचा तो उसने आत्महत्या करने की कोशिश की। और उसके बाद कंपनी के गेट पर पेट्रोल की कैन लेकर पहुंच गया और अपने उपर पेट्रोल छिड़कने लगा, तभी मौके पर पुलिस पहुंची और आग नहीं लगाने दी।
इसके बाद पुलिस युवक को अपने साथ थाने लगी, जहां उससे इस बारे में पूछा गया। इसके बाद कंपनी प्रबंधन से भी इस बारे पूछताछ की गई और अभी मामले की जांच हो रही है।