8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था जिसमें सीडीएस बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोग शहीद हो गए थे । सीडीएस विपिन रावत के इस हेलीकॉप्टर क्रैश की वजह का पता लगाने के लिए एक कमेटी गठित की गई थी जिसने इस पूरे हादसे की जांच की।
यह जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में हुई थी । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह जांच पूरी हो चुकी है और एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह द्वारा इस घटना की संपूर्ण रिपोर्ट वायु सेना प्रमुख वी आर चौधरी को सौंप दी गई है।
बताया जा रहा है कि वायु सेना प्रमुख और एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने यह रिपोर्ट बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी क्योंकि यह एक आंतरिक रिपोर्ट है इसीलिए शायद रक्षा मंत्रालय व वायु सेना की तरफ से इस संबंध में कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई। लेकिन जानकारी के मुताबिक यह बताया जा रहा है की यह हादसा मौसम में खराबी के कारण हुआ था।
इसके अतिरिक्त वायुयान में कोई भी तकनीकी खराबी नहीं थी और ना ही इसके पीछे कोई मानवीय कारण थे। रिपोर्ट में बताया गया कि हेलीकॉप्टर के क्रैश होने का मुख्य कारण सीएसआईटी (कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेनर) था ।इसका अर्थ है कि हेलीकॉप्टर के सामने अचानक से बादल का एक गुबार आ जाना जिससे कि हेलीकॉप्टर टकरा गया था और जमीन पर गिर गया।
इस रिपोर्ट में जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर में बैठने से लेकर हेलीकॉप्टर क्रैश होने तक की संपूर्ण जानकारी दी गई है साथ ही जांच कमेटी ने यह रिपोर्ट घटनास्थल के आसपास के लोगों से मिली जानकारी को आधार मानकर भी बनाई है