जिस विभाग की जिम्मेदारी पर्यावरण को बचाने की हो, यदि उसी विभाग के अधिकारी लापरवाही करेंगे तो पर्यावरण को कैसे बचाया जाएगा। ऐसे ही एक लापरवाही की खबर विकासनगर के डाकपत्थर रोड से सामने आ रही है। यहां पिछले कुछ दिनों से हरे भरे आम के वृक्षों को काटा जा रहा है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पर्यावरण कार्यकर्ता भास्कर चुग ने दो दिन पहले सूचना मिलने पर क्षेत्रीय उद्यान अधिकारी कुमोला को फोन किया। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि क्षेत्र में वृक्षों को काटा जा रहा है। अधिकारी ने भी जब मौका मुआयना किया तो उन्होंने स्वीकार किया कि 60 से अधिक फलदार वृक्षों को काटा गया है। एक बार फिर शनिवार को इसी बाग से दुबारा कटर चलने की आवाज़ आयी। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने कांग्रेस नेता भास्कर चुग को एक बार फिर इस घटना की जानकारी दी।
वहां पहुंचते ही कांग्रेस नेता ने एक बार फिर क्षेत्रीय उद्यान अधिकारी कुमोला को फोन मिलाया। उन्होंने अधिकारी को अवैध कटान रुकवाने को कहा। लेकिन अधिकारी ने भास्कर चुग को बताया कि वह अभी दो दिन की सरकारी छुट्टी पर देहरादून आए हुए हैं। अधिकारी के इस जवाब से भास्कर चुग भड़क उठे और उन्होंने सख्त शब्दों में अफसर को उसकी जिम्मेदारी याद दिलाई और कार्यवाही करने को कहा।
अधिकारी को अपनी ग़लती का एहसास हुआ और 5 मिनट के अंदर ही बाग़ में कटर चलने बन्द हो गए। भास्कर चुग ने बताया कि भू माफिया और अधिकारियों की यह मिलीभगत है। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी यदि सरकारी छुट्टी पर हो तो क्या भू माफिया को पेड़ या बाग़ काटने की छूट मिल जाती है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए अधिकारियों की कार्यप्रणाली को सुधारा जाए। यदि अधिकारी अपने कार्य आचरण को नहीं सुधारते हैं तो उन्हें मजबूरन हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ेगी।