उत्तराखंड घोटाले बाजी में बड़े बड़े नाम सामने आ रहे हैं इसी क्रम में एक नाम सामने आया है रेखा आर्य का जो कि कैबिनेट मंत्री है बताया जा रहा है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी की कड़े निर्देशों के कारण पैसे देकर नौकरी दिलाने वाले धंधाखोर परेशान हो चुके हैं वही अब विधानसभा में चहेतों को नियुक्ति दिलाने वाले मंत्री भी प्रशासन के निशाने पर है इसी मामले में एक वायरल लेटर प्राप्त हुआ है जो कि रेखा आर्य द्वारा भेजा गया है।
बता दें कि रेखा आर्य कैबिनेट मंत्री है जिनका आजकल एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने 4 युवकों को मनचाही नौकरी दिलाने को लेकर एक लेटर लिखा है जिस पर उन्होंने सिफारिश कि है कि इन चार युवकों को मत्स्य विभाग और पशुपालन विभाग में तत्काल नौकरी दी जाए।
बता दें कि यह लेटर मत्स्य विभाग और पशुपालन विभाग को लिखा गया है जिसमें लेटर हेड पर इन चारों के के नाम लिखे गए हैं साथ ही विवरण में यह लिखा गया है कि इन चार युवकों को जहां जहां आवश्यकता है वहां वहां तत्काल नौकरी दी जाए यह चारों शिक्षित बेरोजगार है तथा इन्हें आवश्यकतानुसार व्यवसाय दिया जाए जांच में सामने आया है कि यह चार युवक उत्तरकाशी के रहने वाले हैं लेटर के अंत में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के हस्ताक्षर भी है लेटर में डेट भी लिखी गई है जोकि 4 जून 2020 की है जिसके बाद से रेखा आर्य भी अब शक के घेरे में आ चुकी है।
वायरल लेटर के बाद रेखा आर्य पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं बता दें कि रेखा आर्य के पीआरओ गौरांग की विधानसभा में नियुक्ति पर पहले ही खुलासा हो चुका है जिसके बाद से अब सारे सवाल रेखा आर्य की ओर हो चुके हैं वहीं कांग्रेस द्वारा इस लेटर को सोशल मीडिया पर खूब पोस्ट किया जा रहा है और रेखा आर्य से पोस्ट के जरिए सवाल पूछे जा रहे हैं वायरल लेटर की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है किन्तु जांच जारी है।