
जहां कुछ लोग अपनी कमजोरियों का बहाना लेकर हार मान लेते हैं और किस्मत को कोसने लगते हैं वहीं कुछ लोग अपनी कमजोरियों को ही अपनी ताकत बनाकर समाज में एक अलग पहचान बनाते हैं और कई लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बन जाते हैं।
अक्सर समाज में सुनने को मिलता है कि लड़कों के ऊपर घर की जिम्मेदारी होती है लेकिन वही समाज में कुछ लड़कियां अपने परिवार में बड़ी बेटी होने की भूमिका बखूबी निभाना जानती है ऐसी ही एक कहानी है देहरादून की रहने वाली समीक्षा की।
समीक्षा ने अपने घर की आजीविका चलाने के लिए स्कूटी पर ही चाय का स्टाल लगाकर चाय बेचनी शुरू की।समीक्षा 12वीं कक्षा में पढ़ती है। और उसका छोटा भाई 7वी में पढ़ता है। समीक्षा के पिता को बैकबोन ट्यूमर है जिसके चलते उनके घर की सारी जिम्मेदारी समीक्षा समीक्षा पर आ गई समीक्षा ने बातचीत में बताया कि उसने अपनी कमजोरियों से लड़ने का फैसला लिया और घर की आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए टी स्टॉल शुरू किया।
समीक्षा प्रतिदिन लगभग 1500 रूपए तक कमा लेती है। आज समीक्षा की मेहनत और पढ़ाई के साथ घर की जिम्मेदारी संभालने की हर कोई प्रशंशा कर रहा है।