टिहरी की मुख्य सचिव ने पिछले दिनों स्वास्थ्य अधिकारी की बैठक बुलाई थी जिसमें टिहरी की सीएमओ नहीं पहुंची और मामले को गंभीरता से देखते हुए डीएम ने सीएमओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।
टिहरी के जिला अस्पताल की सीएमओ मुख्य सचिव द्वारा बुलाई गई बैठक में नहीं पहुंची। उत्तराखंड में सरकारी मशीन रिप्लाई के आरोप लगे रहते हैं कोरोना काल मैं भी इस संक्रमण के केस लगातार सामने आ रहे हैं और वैक्सीनेशन की तैयारी शुरू होने वाली है लेकिन कुछ अधिकारियों है की जरूरी मीटिंगों में पहुंचने तक का नाम नहीं ले रहे हैं।जिसके बाद टिहरी की डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। और डीएमओ का वेतन रोकने के आदेश भी दिए, साथ ही साथ उनसे इस मामले का जवाब भी मांगा।
कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण अभियान के लिए पिछले दिनों मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने एक बैठक बुलाई थी जिसमें राज्य स्तरीय समिति की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा आयोजित कराई गई थी। इस बैठक में टिहरी अस्पताल की सीएमओ डॉ सुमन आर्य नहीं पहुंची। इस मामले को बड़ी गंभीरता से लेते हुए डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने को कहा और डीएम ने कहा कि बेहद महत्वपूर्ण बैठक में अनुपस्थित रहने पर सीएमओ डॉक्टर से जवाब मांगा है और साथ ही साथ उनका जनवरी माह का वेतन भी रोका है और उन्हें दो दिन के भीतर लिखित जवाब देने को कहा गया । कोरोना काल में सारे स्वास्थ्य अधिकारियों की जिम्मेदारी पहले से ही बढ़ गई है ऐसे में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं हो सकती। इस शासन की हर महत्वपूर्ण बैठक में संबंधित अधिकारी को मौजूद रहना अनिवार्य है , ऐसे ना करने वाले अफसरों के खिलाफ जरूर आगे भी कार्रवाई की जाएगी।