कुछ लोग अपने आर्थिक तंगी और संसाधनों के अभाव का बहाना लेकर पढ़ाई और आगे के लिए मेहनत करना छोड़ देते हैं वहीं कुछ लोग अपने संसाधनों के अभाव और समस्याओं से लड़कर उनसे बाहर निकल कर मेहनत कर खुद को सफल बनाने का प्रयास करते हैं और अंत में सफल हो जाते हैं।
ऐसी ही प्रेरणादाई एक खबर आई है चमोली जनपद के गोचर से।गोचर के पनाई गांव के रहने वाले 17 वर्षीय गौतम ने न सिर्फ अपनी परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने की जिम्मेदारी उठाई बल्कि उसके साथ अपनी पढ़ाई और अपने करियर को लेकर आगे की मेहनत भी जारी रखी है गौतम अभी मात्र 17 वर्ष के है और 12वीं कक्षा में पढ़ते हैं।
लेकिन घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने और बेटे होने की जिम्मेदारी को निभाने के लिए गौतम मेहनत कर रहे है।गौतम ने पढ़ाई के साथ-साथ अखबार बेचकर पैसे कमाने का निर्णय लिया।
आजकल पहाड़ों में इतनी ठंड के बावजूद भी गौतम 3:00 बजे उठकर पहले अपनी पढ़ाई करते हैं उसके बाद अपनी दौड़ करने के लिए निकल जाते हैं बता दें कि गौतम का सपना सेना में जाकर देश सेवा का है।जिसके लिए वे कठिन मेहनत कर रहे हैं।
जिसके बाद गौतम 5:30 बजे दुकान के लिए निकल कर अखबार को घर घर में बांटने का काम शुरू करते है । बता दें कि गौतम सामान्य परिवार से हैं गौतम की पिता बेरोजगार है। जिससे कि घर खर्च चलाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है गौतम की एक बड़ी बहन भी है जो अस्वस्थ रहती है। ऐसे में गौतम ने घर की जिम्मेदारी उठा अपना फर्ज निभाकर और हार न मानकर मेहनत करने का फैसला लिया और लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बने हैं।