देहरादून – उत्तराखंड देहरादून के डालनवाला कोतवाली में प्रदेश के पहले बाल मित्र पुलिस थाने का शुभारंभ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हाथों हुआ और सुबह त्रिवेंद्र सिंह रावत जी बाल पुलिस उद्घघाटन के लिए डालनवाला कोतवाली पुलिस चौकी पहुंचे और बाल मित्र पुलिस थान का उद्घघाटन किया। इस बीच डीजीपी अशोक कुमार , एसएसपी योगेंद्र सिंह यादव, एसपी श्वेता चौबे और मेयर सुनील उनियाल गामा भी मौजूद रहे। उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की देख रेख में डालनवाला के पास लगभग पांच लाख रुपए की लागत से बाल मित्र थाना बनाया है जो कि दिसंबर 2020 को तैयार हो गया था।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से बाल मित्र पुलिस थाना के लिए 13 लाख रुपए प्रतेक थाना के लिए दिए जाएंगे।
इस बीच बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी भी मौजुद रहीं। बाल आयोग की ओर कई सालों से मांग उठाई जा रही थी।बाल मित्र थाने में बाल आयोग के सदस्य वकील व कांसुलर उपलब्ध होंगे, जो कि बच्चों की काउंसिलिंग कर उन्हें अपराधों से दूर रखने की शिक्षा देंगे।
एसएसपी डॉक्टर. योगेन्द्र सिंह रावत का कहना है कि बाल मित्र थाना एक बहुत ही अच्छा कदम है और थानों में आने से बच्चें पुलिस से भेयभीत ना हो इसलिए वहां अच्छा माहौल भी बनाया गया है और साथ ही साथ डालनवाला के सभी जगह इस तरह की व्यवस्था करने की तैयारी है।
इस थाने की खास बात ये है कि स्थानों से बच्चों की काउंसलिंग बेहतर तरीके से हो सकेगी और यदि कोई बच्चा किसी अपराध में उसका नाम आता है तो वो पुलिस से भेयभीत ना होकर यहां आ सकेगा और यदि कोई गायब बच्चा ढूंढ़ने के बाद थाना लाया जाएगा तो उसके लिए यहां भी अच्छा माहौल मिलेगा।
अगर किसी अपराध में कोई बच्चा पाया जाता है तो उसको बाल थाना लाया जाएगा और यह अवधि केवल एक दिन से ज्यादा कि नहीं होगी। उन्हें बाल थाने में ही घर जैसे माहौल देने के प्रयास किया जाएगा। और वहां पर एक बाल अधिकारी भी तैनात किया जाएगा। इस व्यवस्था का पूरा मकसद बाल अपराधों को सुधारना है।