भारतीय जनता पार्टी के नेता कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि मोदी सरकार जनवरी 2021 से बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को नागरिकता देना शुरू कर सकती है। विजवर्गिय ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार पर शरणार्थियों को लेकर सहानुभूति ना दिखाने का आरोप लगाया है। इसी बात पार टिप्पणी करते हुए टीएमसी के वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री फरहाद हकीम का कहना है कि भाजपा सरकार पश्चिम बंगाल के लोगों को बेवकूफ बनाने कि कोशिश कर रही है।आगे पढें
फरहाद हकीम ने कहा है कि नागरिकता से भाजपा सरकार का क्या तात्पर्य है? अगर मातु नागरिक नहीं है तो वो लोग विधानसभा और संसदीय चुनावों में कैसे वोट डालते हैं? हकीम ने कहा कि भाजपा अब बंगाल के लोगो का बेवकूफ बनाना बन्द करे।आगे पढें
मूल रूप से बांग्लादेश मतुओं ने 1950 में धार्मिक उत्पीड़न के कारण बंगाल की ओर पलायन शुरू कर दिया था। राज्य में इनकी 30 लाख आबादी के साथ, कम से कम 4 लोक सभा सीटें भी हैं। ये लोग उत्तर और दक्षिण में 24 परगना ज़िलों में 30-40 विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम को प्रभावित करते हैं।
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